जायफल Nutmeg है सर्दियों में फायदेमंद

What is Nutmeg ?


नटमेग क्या है ?







Nutmeg in hindi हिंदी में nutmeg ko जायफल कहते हैं , इसे कई जगह जातीफल भी कहा जाता है| या कह सकते हैं कि जायफल को अंग्रेजी में नटमेग (Nutmeg) कहा जाता है।

जायफल एक मसाला है, जो जायफल के पेड़ जिसका वैज्ञानिक नाम मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस है उससे मिलता है। जायफल के पेड़ से दो मसाले मिलते हैं जायफल और जावित्री।

मिरिस्टिका के बीज को जायफल कहा जाता है। और यह बीज जिस बीजोपांग से ढका होता है उसे जावित्री कहते हैं।

जायफल दिखने में छोटा और सुपारी की तरह होता है, जिसमें हल्के लाल या पीले रंग का गूदा होता है। पकने पर इसके अंदर सिंदूरी रंग का बीजोपांग जिसे जावित्री कहते हैं मिलता है । जावित्री के अंदर एक गुठली होती है जिसके अंदर जायफल (nutmeg) मिलता है।

पुराने लोग इससे बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि जायफल और जावित्री दोनों मसाले बहुत अहमियत रखते हैं । इसका प्रयोग सिर्फ जायके के लिए ही नहीं बल्कि एक औषधि के रूप में भी किया जाता है।

जायफल की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका सेवन हमेशा सर्दियों में और बेहद ही कम मात्रा में किया जाता है। आमतौर पर जायफल को घिसकर उपयोग में लाया जाता है।

जायफल के पत्ते से मिलनेवाले एसेंशियल ऑयल भी अलग से बिक्री किया जाता है जो सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है।

जायफल में प्रचुर मात्रा में सोडियम,पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, शर्कराविटामिन, मिनरल , एसेंशियल ऑयल , फाइबर, मैंगनीज, विटामिन B6, मैग्नीशियम, आदि मौजूद है|

समस्या चाहे पेट की हो त्वचा से संबंधित हो या सेहत से, जायफल में हर चीज के लिए पोषक तत्व हैं जो इन सभी समस्याओं का समाधान करते है।

भारत में दक्षिण के केरल में यह बृक्ष मिलता है । इंडोनेशिया जायफल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। अन्य कई देशों में जायफल के पेड़ मिलते हैं ।

तो आइए जानते हैं जायफल के अद्भुत फायदों के बारे में ...


जायफल के फायदे Benefits Of Nutmeg


जायफल त्वचा की रंगत निखारने , अनिद्रा, दर्द से राहत , खाना हजम करने में , मस्तिष्क के लिए और कई गंभीर बीमारियों में अचूक दवा का काम करता है ।

सर्दी जुकाम में


सर्दी के मौसम में बच्चों को सर्दी-जुकाम से की समस्या होने पर जायफल को घिसकर बच्चों को दिया जाता है । इसके तेल से मालिश करने से लाभ मिलता है ।

कील-मुंहासों के लिए


जायफल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल गुण होते हैं, जो कील-मुंहासों को कम करने में मदद कर सकते हैं । कील-मुहांसों के लिए जायफल का फेस पैक के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं ।
बढ़ती उम्र में झुर्रियां होना आम बात है जिन्हें हम रिंकल कहते हैं यह कम उम्र में भी हो सकती है। जायफल का पैक रिंकल्स को भी कम कर सकता है ।

जायफल को दूध में घिसकर रोजाना चेहरे पर लगाने से कील मुंहासों में फायदे के साथ ही त्वचा में रंगत और निखार लाता है।

अनिद्रा के लिए


जायफल शरीर में रक्त संचरण को दुरुस्त रखने के साथ एंटी डिप्रेसेंट की तरह काम करता है।

नींद ना आने की समस्या के लिए भी जायफल असरदार हो सकता है क्योंकि यह हमारे दिमाग को शांत करने में मदद करता है जिससे नींद आने में भी आसानी होती है|

अगर आप रात में नींद न आने की बीमारी से परेशान रहते हैं या रात में बार-बार नींद टूटती है, तो ऐसे में आप गर्म दूध में एक चुटकी जायफल पाउडर का सेवन करें।

मस्तिष्क के लिए –


जायफल में विटामिन ए, बी, सी भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं। इसलिए सर्दियों में जायफल का बेहद ही कम मात्रा में नियमित सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

जायफल मस्तिष्क और मानसिक रोगों से जुड़ी समस्याओं में बेहद फायदेमंद होता है।

जायफल में रहनेवाले एसेंशियल ऑयल हमारे दिमाग को मजबूत बनाते हैं याददास्त बढ़ता है और ब्रेन पावर को भी इम्प्रूव करता है।

दर्द में काम आता है -


यह एक अच्छी और दर्द निबारक के रूप में काम करता है|
जोड़ों में दर्द या सूजन आने पर जायफल का तेल लगाने से लाभ मिलता है। अगर आप जायफल अपने खाने में इस्तेमाल करते है तो उससे दर्द की समस्या कम हो जाती है|

खाना हजम करने में सहायक -


यह एक प्राकृतिक मसाला है और इसके भीतर रहनेवाले तेल खाना हजम करने में मदद करता है । गैस्ट्रिक की समस्या में भी यह एक असरदार दवा के रूप में काम करता है|

जायफल का सेवन पेट की समस्याओं जैसे – डायरिया व एसिडिटी को ठीक करता है। इससे पाचन शक्ति यानी डाइजेशन की प्रक्रिया में भी सुधार होता है ।

सेक्स में


जायफल का सेवन करने से सेक्स क्षमता यानि Sex Power में बढ़ोत्तरी होती है। यौन समस्याओं में जायफल का उपयोग किया जाता है।

पेट दर्द में


अगर आपके पेट में दर्द या गैस की समस्या रहती है तो ऐसे में बताशे में जायफल के तेल की कुछ बूंदों का सेवन करने से लाभ मिलता है। जायफल का उपयोग दर्द व ऐंठन की समस्या के लिए भी किया जा सकता है।


जोड़ो के दर्द कम करने के लिए


जोड़ों और मांसपेशियों के दर्दके लिए जायफल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द से राहत दिला सकते हैं । जायफल का तेल मांसपेशियों या जोड़ों के दर्द के लिए उपयोग कर सकते हैं।

दांतों के लिए जायफल


दांत खराब होने और उनमें कैविटी होने की स्थिति में जायफल काफी फायदेमंद हो सकता है। जायफल एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है जायफल युक्त टूथपेस्ट या पाउडर दांतों के लिए वरदान साबित हो सकता है।

जायफल के नुकसान


जायफल को तासीर गर्म होने के कारण यह ज्यादा मात्रा में दिल की धड़कन, मितली,उल्टी, व दिमाग का चढ़ना आदि पैदा कर सकता है । किसी भी बीमारी में मात्र कोई भी आर्टिकल पढ़ लेने से इस्तेमाल न करें । यदि डॉक्टर की दवा चल रही है तो उनसे सलाह अवश्य लें । जानकारी ही बचाव है आयुर्वेद के जानकार भी सही उपयोग बता सकते है।

 

No comments:

Post a Comment