सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मामले में आज बुधवार को आखिरी सुनवाई होगी ।
सीजेआई रंजन गोगोई ने उम्मीद जताई थी कि 17 अक्टूबर तक इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली जाएगी और 17 नवंबर को अयोध्या मसले पर फैसला सुना दिया जाएगा। 17 नवंबर को ही सीजेआई रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ बुधवार को आखिरी सुनवाई करेगी । मंगलवार को सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के वकील सीएस वैधनाथन से कहा कि वे बुधवार को 45 मिनट बहस कर सकते हैं।
कोर्ट ने कहा बुधवार को एक घंटा मुस्लिम पक्षकार जवाब देंगे । चार पक्षकारों को 45-45 मिनट मिलेंगे। इस प्रकार से अयोध्या मामले की सुनवाई बुधवार को ही खत्म होने की उम्मीद है।
मंगलवार को सुनवाई के दौरान एक हिन्दू पक्ष ने दलील दी कि भारत विजय के बाद मुगल शासक बाबर द्वारा करीब 433 साल पहले अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर मस्जिद का निर्माण कर ‘ऐतिहासिक भूल' की गयी थी और अब उसे सुधारने की आवश्यकता है ।
वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण ने कहा कि अयोध्या में कई मस्जिदें हैं जहां मुस्लिम इबादत कर सकते हैं लेकिन हिन्दू भगवान राम का जन्म स्थान नहीं बदल सकते।
बाबर ने भगवान राम के जन्म स्थान पर मस्जिद का निर्माण कर ऐतिहासिक भूल की और कहा कि मैं बादशाह हूं और मेरा आदेश ही कानून है।
अयोध्या में लगभग साठ मस्जिदें हैं, लेकिन, हिंदुओं के लिए यह भगवान राम का जन्म स्थान हैयही है जिसे बदल नहीं सकते ।
अयोध्या में मामले पर फैसला आने की वजह से हालही में धारा 144 के लागू कर दी गई निषेधाज्ञा दस दिसंबर तक लागू रहेगी । कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने भी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की मांग की गई है ।
दीपावली के अवसर पर मजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना पटाखों की खरीदी या बिक्री की इजाजत नहीं होगी । धारा 144 के तहत चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक होती है ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment